वो लम्हे, वो बातें कोई ना जाने on March 15, 2019 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps सागर की गहराई से गहरा है अपना प्यारसेहराओं की इन हवाओं में कैसे आएगी बहारकहाँ से ये हवा आई घटायें काली क्यूँ छायीख़फ़ा हो गए हम जुदा हो गए हमवो लम्हे, वो बातें कोई ना जानेथी कैसी रातें हो… ओ. बरसातेंवो भीगी भीगी यादेंवो भीगी भीगी यादें Comments
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